Life is an opportunity, do not lose it. Life is an experience, think of it. Life is a misery, let it be. Life is a bitter evidence, contact him. Life is a soul, use it. Life is an affair, experience it. Life is one's love. Follow it. Life is a challenge, face it. Life is a journey. Complete her. Life is a duty. Follow her. Life is a boon. Accept her. Life is a puzzle. Explain her life. Explain her life. Explain her life. Listen to what a life is, life is a song, sing it life is a friend, follow it.
जीवन एक अवसर है उसे मत खोइए | जीवन एक अनुभव है उसे सोचिए| जीवन एक दुख है उसे भोगीए | जीवन एक कटु साक्ष्य है उससे संपर्क कीजिए | जीवन एक आत्मा है उसका सदुपयोग कीजिए | जीवन एक अनुराग है उसको अनुभव कीजिए | जीवन एक प्रण है उसका पालन कीजिए | जीवन एक चुनौती है उसका सामना कीजिए | जीवन एक सफर है उसको पूरा कीजिए | जीवन एक कर्तव्य है उसका पालन कीजिए | जीवन एक वरदान है उसको स्वीकार कीजिए | जीवन एक पहेली है उसे समझाइए | जीवन क्या है उसे सुनिए | जीवन एक गीत है उसे गाइए |
Just Do Not Give Up
There was a boy named Ramu. He was going to his sister's house on the occasion of Rakshabandhan. There was a dense jungle on the way along with his father, Papa, strange strange sound was coming from the forest and there was a terrible snake in it, taking a snake Sandeep Ramu, as soon as he heard the sound of a snake, he was scared and he ran out and ran away and his father was behind him, Ramu was completely exhausted. He was sleeping on the edge of a lake when he was sleeping a little later, he was thirsty with water, so he tried to drink water from the lake.
As soon as he started drinking water, he heard from the lap that you Do not touch the water, Ramu said, do not touch, then Ramu said, give me water, then the voice came from the tank. If you answered my questions first then Ramu said that if you ask the question then whoever is the greatest of the voice came from the tank, then Ramu answered There is a big mother, the water god is pleased, and the son said, your answer is right You can drink water, Ramu drink water from the lake and walk on his way, go on his way An old lady is seen.
The evil woman tells Ramu that where you are coming from here, Ramu tells you that she is looking for her father Papa and Ramu speaks that our father is separated from us, so he I am looking for and then speaks Mother, I am very hungry, so that old lady gives her to eat dry bread and Ramu eats the dry roti. The day was sitting on the bank of the river. In the meantime, while searching for her, her parents arrive there, they come there weeping and crying with their throats, and the sister who went with them was waiting for Ramu to make her rakhi and sweets and all Join together.
रामू नाम का एक लड़का था वह रक्षाबंधन के अवसर पर अपने बहन के घर जा रहा था अपने मम्मी पापा के साथ रास्ते में एक घना जंगल मिल गया जंगल से अजीब- अजीब आवाज आ रही थी और उसमें एक भयानक सा सांप रहता था सांप सांसे ले रहा था रामू ने जैसे ही सांप की सांस लेने की आवाज सुनी उसे डर लग गया और वह दौड़ते दौड़ते बहुत आगे निकल गया और उसके मम्मी पापा पीछे ही पीछे ही रह गए रामू पूरी तरह से थक चुका था उसे नींद आ रही थी वह एक तालाब के किनारे सो गया जब उसकी थोड़ी देर बाद नींद खुली तो उसे बहुत जोर से पानी प्यास लगी हुई थी
तो वह तलाब से पानी पीने का प्रयास किया वह जैसे ही पानी पीने लगा तभी उसे तलाब से आवाज आई कि तुम पानी को मत छुओ रामू ने कहाठीक है छुगा नहीं फिर रामू ने कहा मुझे पानी दे दो तो तलाब से आवाज आई पहले मेरे प्रश्नोंनौ का उत्तर दो तो रामू ने कहा आप प्रश्न कीजिए तो तलाब से आवाज आई की सबसे बड़ा कौन होता है तो रामू ने उत्तर दिया सबसे बड़ा मां होती है इससे जल देवता प्रसन्न हो गए और बोले बेटा तुम्हारा उत्तर सही है तुम पानी पी सकते हो रामू ने तालाब से पानी पी लिया और अपने राह पर चल पड़ा चलते चलते उसे रास्ते में एक बूढ़ी औरत दिखाई देती है वह बुरी औरत उस रामू से कहती है कि तुम यहां कहां से आ रहे हो तो रामू ने बताता है कि वह अपने मम्मी पापा को ढूंढ रहा है
और रामू बोलता है कि हमारे मम्मी पापा हमसे बिछड़ गए हैं सो उन्हें को ढूंढ रहा हूं और फिर बोलता है माता मुझे बहुत तेजी से भूख लगी है तो उस बूढ़ी औरत ने उसे सूखी रोटी खाने को देती है और रामू उस सूखी रोटी को खा लेता है ऐसे करते करते कई दिन बीत जाते हैं वह 1 दिन नदी के तट पर बैठा था इसी बीच उसे खोजते खोजते उसके माता-पिता वहां पहुंचते वहां पहुंचते हैं वह उनके गले लग कर बहुत रोता है और उनके साथ चला गया बहन उसका इंतजार कर रही थी रामू ने उनसे राखी बनवाई और मिठाई खाई और सभी मिलजुल कर रहने लगै
Priceless Promise of Becoming Great
There is something to win if there is something to eat love, then there is something to leave the anger, there is something to throw away, if there is something to keep the flirtation, then there is something to say about respect, then to take the truth There is something to show that knowledge is there, then there is something for giving kindness, then donations.
जीतने के लिए कोई चीज है तो प्रेम | खाने के लिए कोई चीज है तो क्रोध छोड़ने के लिए कोई चीज है तो मोह | फेंकने के लिए कोई चीज है तो इश्किया |रखने के लिए कोई चीज है तो इज्जत | कहने के लिए कोई चीज है तो सत्य |लेने के लिए कोई चीज है तो ज्ञान | दिखाने के लिए कोई चीज है तो दया | देने के लिए कोई चीज है तो दान |
Importance of Blessings
It is a very old thing that astrologer came to any village, all the people of that village started showing their astrologers in their own hands. In the same village there was a child who had no mother, she lived with her father, she also had the courage to go to astrologer. He was doing his father was refusing to go to astrologer but the child was very stubborn. Astrologer approached astrologer with his father, seeing the child's hand and seeing The astrologers go on worried.
They do not speak anything, seeing the astrologer at this stage, the child's father asks astrologer what happened in the hands of my son. Astrologer is worried about the child's age only six to six months After listening to this, the child's father, holding the hand of the child, goes towards his house because the child's father knew what to do next to him, they were straight kids. He has taught financial discontent and taught him Gayatri Mantra peace lessons, and the father of the child and the child showed him that those who received the best, he must bow to them.
The boy started doing the same 6 month old child born to Ayushman Bhav Yama Raj had lost his courage too. After all, Yama Raj had to go back after that Finally, Narada, who was sent to Narada, wanted to know what village he lived in, and what is the reason for his death, Narada Muni visited him in the village from a distance, the child saw the police one day away Nard ji Narad ji also blessed the child to stay in Ayurveda for touching Narada ji's foot while running on a divine man.
Now the problem has arisen and the voice of the sage does not lie then in the end Narad Muni in the Universe, and the child walked behind Brahma in front of Brahma. After seeing the throne of Brahma, Brahma and Brahma and Brahma also touched their feet. Narada Muni said that Maharaj said this It is a child whom you sent me to see. I did not recognize that the child and Ayushman gave blessings to Bhavna and you too will have to come to this child as Ayushmann Bhav Given Irwad and Brahma gave Ayush child 400 years.
बहुत पुरानी बात है किसी गांव में एक ज्योतिषी आए थे उस गांव के सभी लोग अपने अपने हाथों ज्योतिषी को दिखाने लगे उसी गांव में एक बालक भी रहता था जिसकी मां नहीं थी वह अपने पिता के साथ रहता था वह भी ज्योतिषी के पास जाने का जिद कर रहा था उसके पिता ज्योतिषी के पास जाने को मना कर रहे थे पर बच्चा बहुत ज़िद्दी था वह अपने पिताजी के साथ ज्योतिषी के पास पहुंचा ज्योतिषी उस बच्चे का हाथ देखते हैं और देखते ही ज्योतिषी चिंतित पर जाते हैं वह कुछ बोलते नहीं हैं इस अवस्था में ज्योतिषी को देख कर बच्चे की पिता ज्योतिषी से पूछते हैं
क्या हुआ मेरे बेटे के हाथ में कौन सी रेखा है तू ज्योतिषी चिंतित होकर बोलते हैं बच्चे की आयु सिर्फ छह छह माह की बची है इसे सुनकर बच्चे के पिता बच्चे के हाथ पकड़ कर अपने घर की तरफ चले जाते हैं क्योंकि बच्चे के पिता को पता था इसके आगे क्या करना है उन्होंने सीधा बच्चों का वित्त अयोग संस्कार करा दिया और उसे गायत्री मंत्र शांति पाठ सिखा दिए और बालक के और बच्चे के पिता ने उसे दिखाया की जो श्रेष्ठ जन मिले उन्हें अवश्य प्रणाम करें बालक ऐसा ही करना आरंभ कर दिया 6 माह पूर्ण होने की आई बालक को आयुष्मान भव आ का अपार आशीर्वाद मिल चुका था यमराज की हिम्मत भी हार गई आखिरकार यमराज को वापस जाना पड़ा उसके बाद आखिर में नारद जी को भेजा गया नारद जी जानना चाहते थे कि वह वाला को किस गांव में रहता है
और उसकी मृत्यु ना होने का क्या कारण है नारद मुनी भ्रमण करते करते उसे गांव में पहुंचे दूर से ही उस बच्चे ने 1 दिन पुलिस को देखा एक दिव्य पुरुष को देखा दौड़कर नारद जी के चरण छू लिए नारद जी नारद जी भी उस बच्चे को आयुष्मान भव रहने का आशीर्वाद दिए अब तो समस्या और खड़ी हो गई ऋषि की वाणी झूठ तो जाती नहीं अंत में नारद मुनि बालक को लेकर ब्रह्मा के पास चल पड़े ब्रह्मांड में नारद मुनी आगे और बच्चा पीछे पीछे चला ब्रह्मा का सिहासन देखते ही बालक और परा और उनके भी चरण छू लिया ब्रह्मा ने भी आयुष्मान भव होने का आशीर्वाद दे दी नारद मुनि ने कहा महाराज यही वह बालक है जिसे देखने आपने मुझे भेजा था मैं पहचान नहीं पाया उस बच्चे को और आयुष्मान भव होने का आशीर्वाद दे दिया और आप भी इस बच्चे को आयुष्मान भव होने का आशीर्वाद दे दिए और ब्रह्मा जी भी 400 वर्ष की आयु बालक को दे दी