हिम्मत मत हारो
रामू नाम का एक लड़का था वह रक्षाबंधन के अवसर पर अपने बहन के घर जा रहा था अपने मम्मी पापा के साथ रास्ते में एक घना जंगल मिल गया जंगल से अजीब- अजीब आवाज आ रही थी और उसमें एक भयानक सा सांप रहता था सांप सांसे ले रहा था रामू ने जैसे ही सांप की सांस लेने की आवाज सुनी उसे डर लग गया और वह दौड़ते दौड़ते बहुत आगे निकल गया और उसके मम्मी पापा पीछे ही पीछे ही रह गए रामू पूरी तरह से थक चुका था उसे नींद आ रही थी वह एक तालाब के किनारे सो गया जब उसकी थोड़ी देर बाद नींद खुली तो उसे बहुत जोर से पानी प्यास लगी हुई थी तो वह तलाब से पानी पीने का प्रयास किया वह जैसे ही पानी पीने लगा तभी उसे तलाब से आवाज आई कि तुम पानी को मत छुओ रामू ने कहाठीक है छुगा नहीं फिर रामू ने कहा मुझे पानी दे दो तो तलाब से आवाज आई पहले मेरे प्रश्नोंनौ का उत्तर दो तो रामू ने कहा आप प्रश्न कीजिए तो तलाब से आवाज आई की सबसे बड़ा कौन होता है तो रामू ने उत्तर दिया सबसे बड़ा मां होती है इससे जल देवता प्रसन्न हो गए और बोले बेटा तुम्हारा उत्तर सही है तुम पानी पी सकते हो रामू ने तालाब से पानी पी लिया और अपने राह पर चल पड़ा चलते चलते उसे रास्ते में एक बूढ़ी औरत दिखाई देती है वह बुरी औरत उस रामू से कहती है कि तुम यहां कहां से आ रहे हो तो रामू ने बताता है कि वह अपने मम्मी पापा को ढूंढ रहा है और रामू बोलता है कि हमारे मम्मी पापा हमसे बिछड़ गए हैं सो उन्हें को ढूंढ रहा हूं और फिर बोलता है माता मुझे बहुत तेजी से भूख लगी है तो उस बूढ़ी औरत ने उसे सूखी रोटी खाने को देती है और रामू उस सूखी रोटी को खा लेता है ऐसे करते करते कई दिन बीत जाते हैं वह 1 दिन नदी के तट पर बैठा था इसी बीच उसे खोजते खोजते उसके माता-पिता वहां पहुंचते वहां पहुंचते हैं वह उनके गले लग कर बहुत रोता है और उनके साथ चला गया बहन उसका इंतजार कर रही थी रामू ने उनसे राखी बनवाई और मिठाई खाई और सभी मिलजुल कर रहने लगै